राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला (एनएफएल), दिल्ली-एनसीआर, गाजियाबाद, एफएसएस अधिनियम 2006 के तहत प्रमुख ‘निर्दिष्ट फूड लेबोरेटरी’ में से एक है जो नीति-संचालित साझेदारी के समन्वय का प्रतीक है। इसके अंतर्गत ,राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला गाजियाबाद विभिन्न प्रकार के नमूने जैसे निजी नमूने , नियमित कानूनी नमूनों, नामित अधिकारी के नमूनों ,विभिन्न सरकारी संगठनों, एफएसएसएआई नियामकों और आयातित नमूनों का विश्लेषण करता है तथा परीक्षण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण और भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार कार्य कर विश्व स्तर पर बेंचमार्क खाद्य मानकों और परीक्षण को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रगतिशील है| यहाँ पर मानकीकृत परीक्षण विधियों और प्रोटोकॉल के साथ खाद्य पदार्थों के परीक्षण के माध्यम से निरन्तर गुणवत्ता में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए ये प्रयोगशाला सभी के लिए स्वस्थ और स्वच्छ भोजन सुनिश्चित कर ‘स्वस्थ भारत’ बनाने की दिशा में कार्य करती हैं।
राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला, गाजियाबाद जिसे पहले खाद्य अनुसंधान और मानकीकरण प्रयोगशाला (एफआरएसएल) के रूप में जाना जाता था, की स्थापना 1971 में हुई थी। प्रयोगशाला 2011 तक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) के तहत काम कर रही थी जिसके पश्चात वर्ष 2009 से भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के क्षेत्राधिकार में कार्य कर राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला एक आधुनिक आदर्श के रूप में विकसित हुई है |
डॉ. ए.के. अधिकारी
निदेशक
एनएफएल, गाजियाबाद एक आदर्श खाद्य प्रयोगशाला है, जिसमें खाद्य सुरक्षा और मानक विनियम 2011 के अनुसार विभिन्न नियामकों के अनुरूप विभिन्न नियामकों के लिए लगभग 2500 मापदंडों एफएसएसएआई-एनएबीएल मानकों के परिक्षण की क्षमता उपलब्ध है इसके अतिरिक्त यहाँ विभिन्न खाद्य उत्पादों के लिए गुणवत्ता उन्नयन, विधि सत्यापन, खाद्य योजको के परिक्षण विधियों के मानकीकरण सत्यापन के लिए अनुसंधान और विकासात्मक परियोजनाओं पर कार्य किया जाता है ।
एनएफएल, गाजियाबाद एक निर्दिष्ट प्रयोगशाला (धारा 43.2 के तहत) के साथ-साथ एक प्राथमिक अधिसूचित प्रयोगशाला (धारा 43.1 के तहत) के रूप में कार्य कर रहा है। यह खाद्य और कृषि उत्पादों जैसे अनाज और दालें, दूध और दूध उत्पाद, तेल और वसा, मसाले और मसाले, फल और सब्जियां, बेकरी और कन्फेक्शनरी, खाने के लिए तैयार उत्पाद, मांस और मांस उत्पाद, समुद्री उत्पाद, पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पाद, पेयजल, पेय पदार्थ इत्यादिविभिन्न खाद्य उत्पादों का विश्लेषण किया जाता है । जिसके अंतर्गत सभी गुणवत्ता मानक जैसे अवशेष, पोषण, लेबलिंग, प्रदूषक जैसे भारी धातु, कीटनाशक, ड्रग्स, एंटीबायोटिक्स, प्राकृतिक विषाक्त पदार्थ और अधिकांश माइक्रोबायोलॉजिकल मानकों का परिक्षण किया जाता है इस प्रकार, एनएफएल, गाजियाबाद राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर परीक्षण के परिणामों की विश्वसनीयता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए परीक्षण के उच्चतम संभव मानकों को प्राप्त करने का निरंतर प्रयास करता है।
परीक्षण सुविधाओं के अलावा, एनएफएल, गाजियाबाद में दो अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र हैं: खाद्य सुरक्षा समाधान केंद्र (एफएसएससी) और माइक्रोबायोलॉजिकल विश्लेषण प्रशिक्षण केंद्र (सी-मैट)। खाद्य सुरक्षा समाधान केंद्र (एफएसएससी): एफएसएसएआई ने ‘थर्मो फिशर साइंटिफिक लिमिटेड’ के सहयोग से उन्नत इंस्ट्रुमेंटेशन पर प्रशिक्षण के लिए इस केंद्र की स्थापना की है। सेंटर फॉर माइक्रोबायोलॉजिकल एनालिसिस ट्रेनिंग (सी-मैट): एफएसएसएआई ने खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं और विभिन्न खाद्य उद्योगों के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान को मजबूत करने के लिए सीएसआर योजना के तहत मर्क के सहयोग से इस केंद्र की स्थापना की है।